कालिदास की सांस्कृतिक विरासत का गौरवमय उत्सव

उज्जैन में आयोजित ‘67वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह’ का भोपाल निवास से वर्चुअली शुभारंभ किया। यह आयोजन भारतीय साहित्य और संस्कृति की उस शाश्वत धारा का सम्मान है, जिसका नेतृत्व स्वयं महाकवि कालिदास जैसे अनुपम प्रतिभा-पुरुष ने किया। कालिदास की कृतियाँ केवल संस्कृत साहित्य की अमूल्य निधि ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारतीय सभ्यता की सांस्कृतिक चेतना और सौंदर्यबोध की प्रेरक शक्ति भी हैं। यह समारोह उज्जैन की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा, कला के सतत् संवर्धन और साहित्यिक विरासत के संरक्षण का प्रतीक रूप है—जो कालातीत है और सदैव प्रासंगिक रहेगा।